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*पीपल मैन डॉ.रघुराज प्रताप सिंह ने उच्च प्राथमिक विद्यालय कपसा विकास क्षेत्र मौदहा हमीरपुर क़े बच्चों को पर्यावरण संरक्षण,कि शपथ दिलाई।*
पीपल मैन डॉ. सिंह ने प्रधानाचार्य श्री प्रवीण कुमार जी क़े नेतृत्व में एक सप्ताह क़े जन जागरूक अभियान क़े लिए दिल्ली सें चलकर उच्च प्राथमिक विद्यालय कपसा क़े बच्चों को सम्बोधित करते हुए सभी बच्चों को पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, स्वच्छता,बाल्यकाल में शिक्षा ग्रहण करते समय आने वाली समस्याओं का समाधान बताया और इसके बात बच्चों कि दिनचर्चा क़े बारे में पूछते हुए उनके विद्यालय आने कि समयसारणी, योगाअभ्यास, स्कूल में बाल्यकाल सें ही कैसे अपनी न्यू मजबूत करें जिससे आगे आने वाली परीक्षाओं में अव्वल आ सकें इसके बारे में बच्चों को विस्तार सें बताया और फिर बच्चों सें डॉ. सिंह ने पूछा कि कक्षा-8 क़े बाद कौन -कौन आगे कि पढ़ाई करने बाहर जायेंगे?
तो बच्चों ने एक साथ बोलते हुए बताया कि हमारे गाँव कपसा सें 9वीं सें 12वीं तक का कॉलेज यंहा सें 7 किमी दूर इचौली गाँव में इसके बाद अगर क़स्बा में पढ़ना हैं तो मौदहा क़े दूरी 20 किमी हैं जिससे आने जाने में बड़ी समस्या होती हैं क्योंकि कि हमारे गाँव क़े अधिकांश बच्चें दूरी कि वजह सें आगें कि पढ़ाई नहीं कर पाते जिससे गाँव और क्षेत्र का विकास बाधित होता हैं?
फिर पीपल मैन डॉ. सिंह ने बताया कि बच्चों मैं इसी विद्यालय कि कक्षा सें पढ़कर आगे कि यात्रा तय कर रहा हूँ क्योंकि जो समस्या आपने बताई वह बिल्कुल सही हैं मुझें भी बहुत संघर्ष करना पड़ा। इसलिए मैं आपको बता दूँ कि अगर आप अभी सें अपने आप को तैयार करते हो तो आपको आगे समस्या नहीं आएँगी और आपको कोई समस्या हरा नहीं सकती हैं।
बस आपकी सकरात्मक सोच आपका दृढ़संकल्प पक्का हो और अपने को हर परिस्थिति क़े लिए हर क्षण तैयार रखों।
वह चाहे कोई भी चुनौती हो फिर चाहे शिक्षा ग्रहण करने और आगे पढ़ने कि बात हो या आपकी आगे कि पढ़ाई कि तो मैं गाँव और अपने जिले क़े सरकारी अधिकारी और सांसद जी सें सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का आग्रह करूंगा कि हमारे गाँव में इंटर कॉलेज बनवाने कि कृपया करें जिससे मेरे गाँव क़े बच्चें आगे कि अच्छी शिक्षा ग्रहण कर राष्ट्र क़े काम आ सकें।
और फिर जब मैंने जल संरक्षण कि बात कि तो मुझें मेरा अतीत याद आ गया कि आज वर्षों वीत गये और मेरा गाँव आज भी व्यासा हैं?
मेरे गाँव क़े छोटे -छोटे बच्चों को आज भी पानी क़े लिए वही जद्दोजहद करनी पड़ती हैं जो मुझें करनी पड़ती थी क्योंकि पाइप लाइन तो डल गई लेकिन पानी नहीं मिलता इससे सभी बच्चें अच्छे सें वाकिफ हैं और कई दफा इसकी शिकायत भी कि गई लेकिन अस्वसन क़े आलावा कुछ हाथ नहीं लगता जिससे पीपल मैन डॉ. सिंह ने संबधित विभाग में बात शिकायत करने की बात की और बताया की मैं इस समस्या को सुलझाने का प्रयास करूंगा। फिर पीपल मैन डॉ. सिंह ने बताया कि जल संरक्षण करना होगा जिससे आगे भविष्य में जल संकट ना हो उसके उपाये बताया,और साथ ही पर्यावरण संरक्षण क़े बारे में विस्तार सें बच्चों को बताया और घर में ही नर्सरी तैयार करने का उपाय भी बताया और कंहा कि हमारी मूलभूत अवश्कतायें प्रकृति सें ही पूरी होती हैं
इसलिए हमें अपने मूलकर्त्तव्य क़े साथ-साथ हमें अपने नैतिक कर्तव्यों का भी पालन करना होगा जिससे हम अपनी प्रकृति कि सेवा और संरक्षण कर सकें और अपने आस पास स्वच्छता रख सकें जिससे हम बीमारियों सें स्वस्थ रहेंगे और आने वाली महामारी लड़ने में सक्षम हो सकेंगे।
इन सभी चर्चाओं क़े बाद पीपल मैन डॉ. रघुराज प्रताप सिंह ने प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार जी क़े साथ सभी बच्चों को पर्यावरण संरक्षण और वृक्ष लगाने कि शपथ दिलाई सभी बच्चों ने उत्साह सें शपथ ग्रहण कि और वृक्ष लगाने और उनका संरक्षण करने कि पीपल मैन क़े शपथ क़े साथ शपथ ली और सभी बच्चों ने सन्देश दिया कि चलो खुद को बचाने क़े लिए प्रकृति को बचाये और अपने नाम क़े पेड़ लगाएं।