जलवायु परिवर्तन समस्या को लेकर पूरा विश्व चिंतन कर रहा है। लगातार जल स्तर घटने से पेड़- पौधों को भी उनका पर्याप्त भोजन नहीं मिलने के कारण उनपर आश्रित हम सभी प्राणियों के जीवन का संकट भी बढ़ता जा रहा है।
मिशन प्रकृति बचाओ पर्यावरण सचेतक समिति द्वारा भौतिक, वनस्पति व जीव वैज्ञानिक डॉ0 जगदीश चंद्र बोस की पुण्यतिथि पर पौधों की नलाई व सिंचाई कर पक्षियों के लिए जलपात्र रखे गए। संस्था संयोजक ग्रीन एम्बेसडर आचार्य राम कुमार बघेल ने बताया कि ऐसे महान वैज्ञानिक जिन्होंने पेड़- पौधे व जीवों में एक ही चैतन्य शक्ति को बताया। उनकी रुचि बचपन से ही पेड़- पौधों में थी तथा उनका मानना था कि पौधों व जीवों में भावावेग समान होते हैं। उनके शोधकार्यों ने ऋषियों की अंतर्दृष्टि को वैज्ञानिक सत्यता प्रदान की थी। हमको पेड़- पौधों, जल तथा जीवों की रक्षा के लिए ठोस नीति अपनाने की जरूरत है।
हम 26 नवम्बर संविधान दिवस एवं विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस पर शहर में पदयात्रा निकालकर लोगों को जागरूक करेंगे। स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों व केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार के नाम प्रकृति पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्ञापन सौपेंगे। अमरपाल, मास्टर मानिकचंद, देव, थानसिंह, ईश्वर, हर्ष, प्रदीप आदि सदस्यों द्वारा सहयोग किया गया।