हर बच्चे में एक हुनर होता हैं। हर बच्चे की एक मासूमियत होती हैं।हर बच्चे की एक अभिलाषा ओर इच्छा होती हैं। कोई बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई पुलिस। कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो इन सबसे अलग ही मुकाम हासिल करते हैं ओर उनकी सोच उसको सभी से अलग पहचान देती हैं। ऐसी ही एक बच्ची है सृष्टि गुलाटी जिसके बारे में जितना कहा जाए उतना कम है। जिस उम्र में बच्चे जायदातर खेलने की जिद करते हैं। नए नए अंदाज में अपनी इच्छाए बताते हैं
उसी छोटी सी उम्र 6 वर्ष में सृष्टि गुलाटी की सोच और इच्छा इन सभी से अलग है। नन्ही परी सृष्टि की भी एक अभिलाषा हैं वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय ध्वज प्रदान करे। सृष्टि सबसे छोटी समाज सेविका में रूप में विख्यात हो रही है। समाज सेविका के रूप में नन्ही सृष्टि द्वारा लोगो को रक्तदान के प्रति जागरूक करना, गीले ओर सूखे कूड़े को अलग करना, पानी की बचत के प्रति जागरूक करना, पर्यावरण के प्रति जागरूक करना, प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुओ का इस्तेमाल ना करना आदि सभी के लिए अपनी चित्रकला ओर वीडियो संदेश के माध्यम से यह कार्य कर रही हैं। सृष्टि फरीदाबाद हरियाणा में डी.सी.मॉडल.सीनियर.सेकेंडरी. स्कूल में कक्षा पहली की छात्रा है। सृष्टि को उनकी माता प्रिया गुलाटी हर एक्टिविटी के लिए तैयार किया करती हैं। इस अभियान में स्कूल प्रशासन भी साथ दे रहा है। नन्ही बेटी की इसी अभिलाषा को ध्यान रखते हुए उनके पिता प्रवीन गुलाटी सृष्टि को देशभक्ति के मार्ग पर चलने को प्रेरित कर रहे है। उनके पिता प्रवीन गुलाटी ने सृष्टि को शुरु से ही देशभक्ति ओर समाज के लिए कुछ अलग ही करने की प्रेणना दी। सृष्टि गुलाटी द्वारा समाज मे अलग अंदाज में सेवा की जा रही है। कभी गुल्लक बाटना हो या पक्षियों के सकोरे या फिर बेबी डाइपर। अपने बचपन के अंदाज में ही सेवा कर रही हैं। देशभक्ति का अनोखा तरीका ओर अनोखा अंदाज सबको भा रहा है। राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सृष्टि गुलाटी का इतना प्रेम है की अब जहां भी जाती है सभी को राष्ट्रीय ध्वज प्रदान करती हैं। 22 जुलाई को अपने विद्यालय डी.सी.मॉडल. सीनियर.सेकेंडरी.स्कूल. फरीदाबाद हरियाणा में 500 राष्ट्रीय ध्वज वितरित करने के साथ ही सृष्टि का राष्ट्रीय ध्वज वितरित करने का महा अभियान शुरू हुआ। अभी तक सृष्टि गुलाटी द्वारा अलग-अलग जगहो ओर 7000 राष्ट्रीय ध्वज वितरित किए जा चुके है। सृष्टि गुलाटी का लक्ष्य 26 जनवरी 2023 तक 10000 राष्ट्रीय ध्वज वितरित करने का अनोखा ओर बेमिसाल लक्ष्य है। सृष्टि को अब तिरंगा गर्ल के नाम से जाना जा रहा है। 15 अगस्त 2021 को राज्य स्तरीय स्वन्त्रता दिवस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से सम्मानित होना सृष्टि की अभी तक कि सबसे बड़ी उपलब्धि हैं। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सृष्टि के माता-पिता ओर सभी लोग इस नन्ही परी का साथ दे रहे है। कोई भी लक्ष्य नामुमकिन नही होता यदि सभी का साथ ना हो। सभी का साथ हो तो कोई भी लक्ष्य मुमकिन हो जाता है। सेवा के साथ सृष्टि गुलाटी का अनोखा रिकॉर्ड भी उसे सभी बच्चो से एक अलग पहचान देता है। सृष्टि गुलाटी द्वारा सबसे कम उम्र में 680 प्रमाण पत्र प्राप्त करनें का बेमिसाल ओर अनोखा रिकॉर्ड भी है। सृष्टि गुलाटी द्वारा अभी तक 1000 मास्क, 1800 सेनिटरी पैड, 2000 लेखन सामग्री, 2500 बेबी डाइपर, 200 बच्चों की मिट्टी की गुल्लक, 250 पक्षियों के सकोरे आदि वितरित किए जा चुके हैं साथ ही इन सभी को वितरित करने का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया है। इन्ही के फलस्वरूप सृष्टि को विभिन्न नामो जैसे गुल्लक गर्ल, तिरंगा गर्ल, बेबी गर्ल, रिकॉर्ड गर्ल आदि के नाम से जाना और पुकारा जाता है। सृष्टि की इन्ही सफलता को ध्यान में रखते हुए फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने 25 जुलाई 2022 को अपने कार्यालय में नन्ही बेटी को प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। सृष्टि के माता पिता की भी एक ही अभीलाशा हैं की सृष्टि बेटी को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाए ओर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का राष्ट्रीय स्तर पर सद्स्य बनाया जाए। बेटी देश का नाम रोशन करे यही आशा ओर कामना करतें है। सृष्टि गुलाटी 26 जनवरी ओर स्वन्त्रता दिवस ओर उपमंडल स्तर, जिला स्तर और राज्य स्तर पर भी सम्मानित हो चुकी है। सृष्टि का अभी तक 41 राष्ट्रीय रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज है। तिरंगा गर्ल के नाम से विख्यात हुई नन्ही सृष्टि गुलाटी। सृष्टि गुलाटी का अब एक ही लक्ष्य हैं 26 जनवरी को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री आदि इन सभी को अपने हाथों से राष्ट्रीय ध्वज वितरित कर अपने इस देशभक्ति अभियान ओर अभूतपूर्व लक्ष्य को पूर्ण करना।