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नन्दलाल आही एक कला जगत का ऐसा नाम है जिनके बारे में अगर बात करे तो स्याद सूरज को रौशनी दिखाने वाली बात होगी। क्यों की पेंटिंग, एक्टिंग, मॉडलिंग और सिंगिंग के साथ साथ कई कलाओ में निपूर्ण हैं।
इंडिया ही नहीं विदशो मैं भी अनेको अवार्ड्स जीत कर नन्दलाल आही ने देश का नाम रोशन किया है अनमोल मैगजीन को नन्दलाल आही ने बताया की शुरू से ही उन्हें कला का शौक रहा उनका कहना है कि हर इंसान के अंदर एक कलाकार छुपा होता है, जरुरत है उस कला को पहचाने की और उसे सफ़ेद पेपर जब हम उतारते हैं तो एक कला का रूप सामने आने लगता है।
नन्दलाल आही सनातक के साथ साथ कंप्यूटर टाइपिंग और शॉर्टहैंड के भी मास्टर है। नन्दलाल आही का कहना है कि कलाकार की कल्पना की कोई सीमा नहीं होती है फिर चाहे वो धार्मिक हो सामाजिक हो. वो कुछ भी सोच कर अपनी कल्पना की कैनवास पर उत्तार कर लोगो के दिलों में बस सकता है। नन्दलाल आही का कहना है कि इंसान को अपनी कमी को पहचान कर उसे अपनी ताकत बना कर आगे बढ़ना चाहिए. आज जो सफलता उन्हें मिली उसका श्रेय वो अपनी कमजोरियों पर विजय प्राप्त करना मानते है। नन्दलाल आही एक इंटरनेशनल आर्टिस्ट है अपनी कला के दम पर अभी तक अनेको अवार्ड्स उन्हें मिले है. साई बाबा माता रानी ओर कई देवी देवताओ की प्रतिमा बना कर अपना नाम एक मक़ाम तक पहुंचा चुके है।
कलाकार नंदलाल आही, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मा. नित कलाकार है। वर्ल्ड रिकोर्ड, वर्ल्ड वाइड बुक ऑफ रिकॉर्डस, हारवर्ड बुक ऑफ रिकोर्ड्स (लंदन), ग्रेटेस्ट बुक ऑफ रिकोर्डस, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, मैजिक बुक आफ रिकोर्ड्स, 149 कंट्रीज में इनकी पेंटिंग्स पब्लिश हुई हैं, इसके अतिरिक्त भी कई पत्र-पत्रिकाओं में उनकी रचनाएं और पेंटिंग प्रकाशित हो चुकी हैं वे कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी जीत चुके हैं, नंदलाल आही लेखन, गायन, मूर्तिकला, चित्रकला, नख - चित्रकला भी जानते हैं। इसके अतिरिक्त भी उनका इंटरव्यू कई रेडियो चैनल और टीवी चैनलों के माध्यम से हुआ है, चित्रकला के साथ-साथ उनकी रूचि संगीत में भी है, जिसमें वे अपना अलग ही स्थान बना चुके है, साथ ही कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी अपने नाम कर चुके हैं।