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जी-20 की पूर्ण सफलता के लिए -पूर्जाअर्चना
पाप विमोचिनी एकादशी 18 मार्च को चित्रकूट जाकर संस्कृत शोध संस्थान के महानिदेशक(अवैतनिक) महामहोपाध्याय डा० शिव वरण शुक्ल ने कामद गिरि की परिक्रमा करके बाबा कामतानाथ जी की पूजा-अर्चन जी 20 की पूर्ण सफलता हेतु संकल्प के साथ सम्पादित किया
इसके बाद अतुलित बलशाली हनुमान धारा ,सती अनुसुइयाऔर गुप्त गोदावरी में भी इसी संकल्प के साथ पूजा अर्चना परिपूर्ण की। प्रो शुक्ल के साथ डा शिवम् शुक्ल, सुप्रसिद्ध विदुषी डा प्रज्ञा शास्त्री, सुप्रसिद्ध विदुषी डा शिवा त्रिपाठी,समाज सेवी शिवांश,अनन्या और रमेश त्रिपाठी ने भी पूजा अर्चना मे सहभागिता की। देवाधिदेव महादेव जी की असीम कृपा, ओजस्वी,तेजस्वी एवं दैदीप्यमान व्यक्तित्व के धनी माननीय श्री मोदीजी प्रधानमंत्री के वैश्विक दूरदर्शिता पूर्ण उद् बोधन एवं कर्म योगी श्री अमिताभ कान्त -शेरपा -जी,20 के सूझ,बूझ से युक्त सुप्रसिद्ध कार्यशैली से विदेश मंत्रियों का जी 20 सम्मेलन अति सार्थक रहा।।
भारत पुण्य भूमि ही तपो भूमि है यहाँ त्याग, तपस्या,अहिंसा, परोपकार से मंडित वसुधैव कुटुंबकम् की संस्कृति जीवन आदर्शोंऔर नैतिक मूल्यों पर चलाने वाली भुक्ति-मुक्ति प्रदायिनी होती हैं। इस लिए आज सम्पूर्ण विश्व को सनातन संस्कृति चमत्कृत करती है।
जी20 शेरपा श्री कान्त जी से डा शुक्ल ने अनुरोध किया है कि इन वैश्विक सम्मेलनों में राष्ट्र भाषा का प्रयोग और भारतीय परिधान को अनिवार्य कर भारत गौरव को स्वतः उद्दीप करने की कृपा करें।
आस्कर पुरस्कार विजेताओं ने भारतीय वेशभूषा पहन के पुरस्कार ग्रहण किया। जिससे भारत का गौरव विश्व पटल पर दैदीप्यमान हुआ। सभी राष्ट्र प्रेमी उन्हे मुक्त कंठ से एवं हर्षित मन से बधाई दे रहे हैं। डा शुक्ल का उद्देश्य है कि- देवाधिदेव महादेव जी की महती कृपा से जी20 पूर्ण सफल रहेगा, भारत विश्व गुरु शीघ्र बनेगा एवं दैदीप्यमान व्यक्तित्व वाले श्री मोदी जी को विश्व एक स्वर से 'पृथ्वी रत्न' के रूप में स्वीकार करेगा।
संपूर्ण विश्व मे शान्ति माननीय श्री मोदी जी की वैश्विक कल्याण की भावना कृण्वन्तो विश्वमार्यम् के कारण ही होगी और माननीय श्री मोदी जी को शांति का नोबल पुरस्कार शीघ्र प्राप्त होगा।