Anmol Magazine _
आजादी के अमृत काल में भारत को G-20 की अध्यक्षता करने का स्वर्णिम अवसर है। सबसे बड़ी खुशी इस बात की है कि परम ओजस्वी-तेजस्वी- नवनवोन्मेष शालिनी धिषणा के जाज्वल्यमान प्रतीक नर +इन्द्र - नरेन्द्र मोदी जी के (प्रधानमंत्री जी) के कार्यकाल मे शिखर सम्मेलन हो रहा है।
इसके साथ ही माननीय प्रधानमंत्री जी ने अपने अति दूरदर्शी वैश्विक चिन्तन से ही कर्मवीर-ईमानदार, वैश्विक सकारात्मक विचारों के धनी-आदर्श व्यक्तित्वप्रधान , सुप्रसिद्ध राष्ट्र भक्त श्री अमिताभ कान्त जी को G-20 का शेरपा नियुक्त कर G-20 की पूर्ण सफलता को सुनिश्चित कर लिया है।
अब पूर्णतया यह विश्वास हो गया है कि माननीय प्रधानमंत्री जी भारत की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर ,उच्च आध्यात्मिक चिन्तन, नैतिक मूल्यों और जीवन आदर्शो एवं गौरव पूर्ण नूतन उपलब्धियों से आपूरित गर्जना से समग्र विश्व निनादित-चमकृत होकर मुक्त कण्ठ से भारत को विश्वगुरु' स्वीकार करते हुए मोदी जी को 'पृथ्वी रत्न" की वैश्विक प्रतिष्ठा से अलंकृत करेगा.
नव्य-समृद्ध ,सांस्कृतिक भारत के वैभव से सम्पूर्ण विश्व चमकृत होगा। आज विश्व का प्रत्येक समृद्ध देश विश्वशाति के लिए हमारे पृथ्वी रत्न 'श्री मोदी जी की ओर ही विश्वास से आपूरित दृष्टि से देख रहा है। वह दिन दूर नहीं जब विश्व शान्ति का नोवल पुरस्कार पृथ्वी रत्न श्री मोदी जी को ही प्राप्त होगा। उक्त विचार महोपाध्याय प्रो० शिववरण शुक्ल महानिदेशक संस्कृत शोध संस्थान रायबरेली व्यक्त करते हुए गौरव का अनुभव करते हुए अति प्रफुल्लित हुए। -देवाधिदेव महादेव शिव जी के अनन्य भक्त 'पृथ्वी रत्न' मोदी जी पर आज सबका विश्वास है